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आज की पहेलियो के जवाब

पहचान कौन पहेली का जवाब


लेफ्टिनेंट मनोज पाण्डेय

जाँच के लिए यहाँ क्लिक करे

आप अपना जवाब कल सुबह .०० बजे तक

यहाँ
दे सकते है

http://nayabasera.blogspot.com/2011/01/11.html#comments


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क्रेयटिव मंच पहेली का सही जवाब

पहली क्लिप का जवाब

किसी नजर को तेरा इंतजार आज भी

गायक का नाम - भूपिंदर सिंह

धन्यवाद बेनामी जी इसका जवाब देने के लिए
___________________________

दूसरी क्लिप का जवाब

मेरा चंद मुझे आया है नजर चाँद जरा

गायक का नाम - कुमार शानू

आप अपना जवाब कल दोपहर तक

यहा पर दे सकते है

https://www.blogger.com/comment.g?blogID=1564107243766339827&postID=8656644590293530311&isPopup=true

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अमर भारती पहेली का जवाब

ये फोटो हरिद्वार की है

जवाब की जांच के लिए यहा क्लिक करे

आप अपना जवाब 11 जनवरी, 2011, सायं 5 बजे तक

यहा दे सकते है


https://www.blogger.com/comment.g?blogID=1720187731923710523&postID=1904809288992978209

62 टिप्पणियाँ:

बेनामी ने कहा…

भूपिंदर
किसी नजर को तेरा इंतज़ार .....
जीयो बेटा

बेनामी ने कहा…

vaah banti bhai , kamal kar diya par shastri ji ko kyo chod diya

बेनामी ने कहा…

banti tu bahut galeej aur gira hua aadmi hai.
kal maanvi ji ne kitne pyaar se tujhko samjhaya tha lekin tu bhains hai -- tere aage been bajaane se koyi laabh nahi.

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

क्या कोई शास्त्री जी की पहेली का जवाब जनता है ?

बेनामी ने कहा…

बेटा जगजीत नहीं भूपिंदर का है ओरीजनल सोंग

बेनामी ने कहा…

शास्त्री जी की पहेली का जवाब bhee bata dete hai
wait

बेनामी ने कहा…

बंटी भाई, हमेशा के लिये बाय -बाय........ आज आपको गलत कहते हुए मुझे बिल्कुल भी दुःख नहीं........... ( बेनामी -२ )

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

बेनामी 2 जी,
आप को शायद उस वक्त गलत नहीं लगा होगा जब हमने मानवी जी कहा था की अगले सप्ताह से उनकी पहेली का जवाब प्रकाशित नहीं होगा ......

उसके बावजूद उन्होने हमारे जवाब को सही होने के बावजूद हमे विजेताओ की लिस्ट मे शामिल नहीं किया

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

मानवी जी ने हमारे जवाब को नहीं माना पर हमारे जवाब देने के बाद उन सब लोगो के जवाब को सही माना जिनहोने हमारे ब्लॉग से टीप कर जवाब दिया

उन लोगो ने तो कॉपी पेस्ट कर दिया जवाब जिससे साफ पता चल रहा था की जवाब कहा से दिया है

मानवी ने कहा…

@ बंटी जी हमें अफसोस है कि नियमों का उलंघन करने के कारण आपका जवाब इस बार भी शामिल न किया जा सकेगा.

सादर व सस्नेह
मानवी

उपेन्द्र नाथ ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
बेनामी ने कहा…

( बेनामी -२ )ji kya frk pdta hai kisi ko बाय कहो या अलविदा हा हा

उपेन्द्र नाथ ने कहा…

बंटी जी वैसे आप गलत कर रहे है ... ............. ये आपका ब्लॉग है आप क्या छापते है कभी किस से पूछा है ? ......... वो मानवी जी का ब्लॉग था फिर उन्हें किसी से पूछने की क्यों जरूरत. इतना हक़ तो एक माँ बच्चे को भी देती है की वो दूध पिएगा या खाना खायेगा.

आशीष मिश्रा ने कहा…

बंटी जी हमें लगा था कि आप वादे के पक्के है पर आप तो बहोत बड़े झुठेबाज हैं . आप ने मानवी जी से कहा था कि आप उत्तर नहीं छापेंगे फिर आज ऐसा क्यों किया ?????
प्लीज क्रिएटिव मंच की पहेली का जवाब ना छापे . आप मेरी पहेली का जवाब छाप देते थे तब इतना दुःख नहीं होता था मुझे ,पर क्रिएटिव मंच का जवाब छपा देख बहोत दुःख हो रहा है
.............
कितनी मेहनत से वहाँ की पहेली बनाती है जानते हैं आप ????

उपेन्द्र नाथ ने कहा…

बंटी जी आप को पहेलियों के जबाब इस तरह नहीं बताना चाहिए.................. यहाँ पर कुछ बेनामियों का कहना सही है.

Shekhar Suman ने कहा…

banti bhai aapko pata hai
ki cretive manch ki paheli ke liye kitni mehnat karni padti hai...
aur aap unki mehnet par yun hi paani pher de rahe hain.....
apni paheli ka uttar yahan chhapne ka utna dukh nahi hai jitna unki paheli ka.....

aapse ye umeed nahi thi.....

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

शेखर भाई,
अगर आप पर कोई पत्थर मारे तो आप क्या करेंगे ... गांधी जी की तरह इंतजार करेंगे कि एक और पत्थर पड़े या नेताजी कि तरह ईंट का जवाब पत्थर से देंगे

पहले इस सवाल का जवाब दे फिर मे आप को बताता हूँ कि मैंने ऐसा क्यो किया जिसकी आपको मुझसे उम्मेद नहीं थी

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

"हिम्मते मर्दा मरदे खुदा"
यह सेर कारगिल के शहीद कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय पर बिल्कुल ठीक बैठता है। कारगिल की उन दुर्गम चोटियों में बैठे घुसपैठियों द्वारा भारतीय सेना को नुकसान पहुंचाने एवं नेशनल हाइवे पर बम्बारी कर भारतीय सेना के रसदमार्ग आपूर्ति को काटने के प्रयास को विफल कर दिया। इस लड़ाई में (कुकुस्थान) नामक कोष्ठ के लड़ाई में 22 पाकिस्तानी घुसपैठिये को ढेर करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ के रहते वाले कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय को बचपन से ही सेना में जाने की इच्छा थी। यहां तक कि इनकी इच्छा किस रेजीमेंट में जाने की हैं यह भी इन्होंने तय कर रखा था। इन्हें बचपन से ही गोरखा जवानों की कैंप बहुत अच्छी लगती थी।

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

इसलिए इन्होंने भी इसी रेजीमेंट में जाने का मन बना रखा था। जो कि ईवर की कृपा से कमीशन प्राप्ति के समय इन्हें यही गोरखा रेजीमेंट प्राप्त हुई। कैप्टन मनोज पाण्डेय मध्यम वगीर्य परिवार ताल्लुक रखते थे। इंटर तक कि परीक्षा पूरी करने बाद इन्होंने राषट्रीय रक्षा एकेडमी एन.डी.ए. की तैयारी शुरू की और यह चुन लिए गए। इन्हें गोरखा रेजीमेंट में लेटीनेंट के पद कमीशन प्राप्त हुआ। कमीर में भारतीय सेना ऊंचाई पर स्थित अपनी चौकियां जिन पर भीषण ठंड पड़ती थी। उन्हें खाली करके नीचे आ जाती थी। और वापिस गर्मी शुरू होने पर उन चौकियों पर चली जाती थी। लेकिन इस बार जिन सैनिकों को उन चौकियों पर भेजा गया वह वापस नहीं लौटे। मनोज पाण्डेय अपनी रेजीमेंट के उन गिने चुने तेर तरार्र अफसरों में थे। आखिर में इन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी गयी कि आप जाकर देंखे कि क्या मामला है।

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

आदेश आते ही यह अपने सिपाहियों के साथ कुकस्थान की तरफ बढ़े जब यह कुकस्थान चौकी पर नजदीक पहुचे तो इन्हें भारतीय सेना के सैनिकों के शव को देखा जो कि इधर" उधर बिखड़े पड़े थे वह जैसे शव को उठाने लगे आस पास घात लगाए घुसपैठियों ने गोली बारी शुरू कर दी। मनोज पाण्डेय ने तुरन्त अपने सिपाहियों को आड़ लेने का आदेश दिया। क्योंकि दुमन किस तरफ से गोली बारी कर रहा है पता नहीं चल रहा हैं आड़ लेने के बाद इन्होंने बटर् फायरिंग कर दुमन की ओट का पता किया। और उन पर फायरिंग शुरू कर दी। लेकिन इनकी फायरिंग का असर दुमन पर नहीं आ रहा था। क्योंकि यह काफी ऊंचाई पर थे।

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

और पत्थरों की अच्छी आड़ ले रखी थी। लगभग एक घंटे तक फायरिंग के बाद इन्होंने एक चाल चली इन्होंने अपने सिपाहियों को आदेश किया कि फायरिंग बंद करो और पत्थरों की ओर ओट में छिप कर रात होने का इंतजार करो। पाकिस्तानी घुसपैठिये को समझ में नहीं आ रहा था कि इन्होंने फायरिंग क्यों बंद कर दी। उन्होंने बीच में गोली बारी कर इन्हें उकसाने की कोशीश भी की। लेकिन मनोज पाण्डेय ने भी संकल्प ले लिया था कि मैं तुमसे कुकस्थान छीनकर रहुंगा। रात होते ही इन्होंने सिपाहियों को आदेश किया कि जब बादल चंद्रमा को ढके और अंधेरा हो तो आगे बढ़ना और फिर छिप जाना इस तरह से आगे बढ़ते" बढ़ते यह दुमन के छुपने के स्थान से नजदीक पहुंच गये। नजदीक पहुंचकर इन्होंने दुमन पर भी्षण गोली बारी शुरू कर दी। अचानक हुए इस हमले से दुशमन भी भौचक्का रह गया उसने ऎसी शायद उम्मीद नहीं की थी। कुछ घंटे की हुई लड़ाई में ही मनोज पाण्डेय ने कुकस्थान पर कब्जा कर लिया। इस लड़ाई में अपनी किसी भी सिपाही न खोते हुए इन्होंने दुशमन के सारे सिपाहियों को खत्म कर दिया था।

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

सुबह की बेला में घुसपैठियों के शव इधर उधर बिखरे पड़े थे। उन्हे यह देखकर ताज्जुब हुआ कि उनके सामान से मिले परिचय पत्रें से यह बात सामने आई कि यह पाकिस्तानी सेना के रेगुलर सिपाही थे, जिन्हें घुसपैठियों की शक्ल में भेजा गया था। मनोज पाण्डेय को यहां से मिले सूत्रें से यह समझने में देर न लगी कि मामला इतना हल्का समझा जा रहा है उतना है नहीं। क्योंकि घुसपैठियों के परिचय पत्रें ने यह बता दिया था कि पाकिस्तानी सेना की यह बता दिया था कि पाकिस्तानी सेना की यह अच्छी तरीके से सोची"समझी चाल है और घुसपैठियों के भेश में वहीं हैं। बहरहाल इस पोस्ट को जीतने के बाद भारतीय सेना को काफी जानकारी मिल चुकी थी और वह भी इसका महत्वपूर्ण जवाब देने के लिए तैयार थे। दो"तीन दिनों के अंतराल के बाद इन्हें लेह मार्ग को जो कि नेानल हाईवे पर था, जहां से भारतीय सेना को रसद आपूर्ति की जाती थी को पाकिस्तानी सेना की आटिर्लरी फायरिंग ने परेाान कर रखा था, जो कि वहीं के जुब्बार नामक पोस्ट की तरफ से आ रही थी। मनोज पाण्डेय को आदेा मिला कि वे जुब्बार की तरफ बढ़े और जो वहां पर रेजिमेंट हैं उसकी मदद करें। उस समय वहां लेवनग्रेनेडियसर् और तीन पंजाब रेजीमेंट इसको जीतने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन कुछ बंकरों पर कब्जे के बाद दुमन उन्हें आगे नहीं बढ़ने दे रहा था। इसका मुजायरा मनोज पाण्डेय जब जुब्बार की तरफ बढ़ रहे थे तो रास्ता भटक जाने की वजह से दुमन की आटिर्लरी फायरिंग के रेंज में आ गये। जिसका परिणाम इन्हें हेफी आटिर्लरी फायरिंग के देखने को मिला। लेकिन ऊपर वाले की दया थी कि वगैर केजुअल्टी के यह अपने सारे जवानों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने में सफल रहे। मनोज पाण्डेय ने एक अद`भुत योग्यता थी कि वह कभी भी कैसी भी परिस्थितियों को अपने ऊपर हॉवी नहीं होने देते थे। इनके एक सिपाही ने जब इनसे कहा कि साहब यह दुमन की तोपें हैं और वह हम पर भारी गोलीवारी कर रहे हैं इस पर इनका जवाब था कि यार यह फायरिंग नहीं हमारे आने पर यह हमारा इस्कबाल कर रहे हैं।

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

हमारे स्वागत की खुसही में यह आतिाबाजी कर रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी इन्हें किसी में भी जोा भरने में महारथ हासिल की। लेह की दुर्गम पहाड़ों की चोटियां काफी ऊंची पोजिान में थे। इसलिए इन्होंने अपनी तीव्र बुद्धि का परिचय देते हुए दुमन पर पीछे से हमला करने का योजना बनाई। जिसके लिए इन्होंने अपने सीओ से आटिर्लरी सपोटर् मांगा। जो कि मान ली गई। कुछ गिने"चुने सिपाहियों को लेकर आटिर्लरी फायरिंग के दौरान पीछे से चढ़ कर यह दुमन के बंकर के नजदीक पहुंच गये। 'जय मां काली' के साथ उन पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से दुमन भौचक्का रह गया। एक के बाद एक बंकर को जीतने के बाद जब यह आखिरी बंकर को जीतने के बाद जब यह आखिरी बंकर की तरफ पहुंच रहे थे तो दुमन की एक गोली ने इनको बुरी तरीके से घायल कर दिया। पीछे जो सिपाही उनके साथ थे जो सारे वीरगति को प्राप्त हो चुके थे। लेकिन एक बार फिर इन्होंने पूरी हिम्मत बटोरी और अपनी वर्दी में पड़े ग्रेनेट से उस आखिरी बंकर को उड़ा दिया। लेकिन ये इतना घायल हो चुके थे कि अब खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। पीछे से रीन फोसर्मेंट आ जाने के बाद इन्होंने अंतिम सास ली।

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

शहीद केपतन मनोज पांडे के बारे मे थोड़ी सी जानकारी बांटने का प्रयास किया है आप लोगो से

मेरा प्रयास जानकारी को बांटने का है न की किसी शहीद को एक पहेली बना कर अपने ब्लॉग को चलाने का

उम्मेद है शेखर भाई भी अपने ब्लॉग के जरिये सिर्फ इन शहीदो के बारे मे जानकारी बांटना चाहते होंगे, इस काम मे मे भी उनके साथ हूँ

मानवी ने कहा…

@बंटी जी
आप का ये जानकारी देने का प्रयास प्रसंसनीय है पर इसी तरह हम भी उन लोगो के बारे जानकारी बांटना चाहते है जिनहोने हिन्दी की सेवा की है, आप भी हमारे इस काम मे हमारे साथ दीजिये

कृपया हमारी पहेली का जवाब न छापे

सादर व सस्नेह
मानवी

Darshan Lal Baweja ने कहा…

@बंटी "द मास्टर स्ट्रोक"
यहाँ पर अभी तक आपका जवाब गलत है पर आप सही जवाब के नजदीक है
विज्ञान पहेली -3(मुश्किल पहेली) अभी तक नहीं आया सही जवाब

बेनामी ने कहा…

शास्त्री बुडबक की चुतियापंती वाली पहेली देखी सबने कि नहीं ???
उसकी दी हुयी झील में जाकर सब लोग डुबकी मारो और जवाब देकर आओ / पास में ही मंदिर भी है वहां जाना मत भूलना

बेनामी ने कहा…

=आपके लिए शानदार मौका =
......................
दर्शन लाल बवेजा की पहेली का सही जवाब देकर आप जीत सकते हैं सुनहरा अवसर. जीतने वाले को बाघा बार्डर पर तीन दिन गुजारने का शानदार मौका मिलेगा. जल्दी करें समय बहुत कम बचा है

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

@मानवी जी,
मेरे ब्लॉग पर की गयी टिप्पणी यदि आप की नहीं है तो आप इस विषय मे चिंता न करे ....

आप के टिप्पणी मे संबोधित करने के तरीके से ही पता चलता है कि आप कभी भी मेरे लिए या किसी और के लिए असभ्य भाषा का प्रयोग नहीं करेंगी ....

जो भी सज्जन आप के नाम से टिप्पणी कर रहे है उन्होने किसी गलत भाषा का प्रयोग नहीं किया है, लगता है कि वो आप कि पहेली के कोई प्रसंसक है जो नहीं चाहते कि मे आप कि पहेली जवाब अपने ब्लॉग पर प्रकाशित करू .....

यदि आप के नाम से कोई असभ्य भाषा कि टिप्पणी मेरे ब्लॉग पर आई भी तो वो हटा दी जाएगी और आपसे इस विषय मे विचार विमर्स किया जाएगा यदि आप को कोइ परेशानी न हो
तो ....

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक"

बेनामी ने कहा…

bhai sastri ji lagta hai sanak gaye hai aaj to koi hint bhi nahi diya

बेनामी ने कहा…

बनती भाई,

जितनी जानकारी आपने अपनी टिप्पणियॉ के रूप मे दी है उतनी जानकारी तो शेखर भाई अपने ब्लॉग पर नहीं पाते,

उनका मकसद भी ज्ञान बांटना है और आपका भी तो उन्हे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए की हम लोगो ज्ञान आप से मिले या शेखर भाई से

आप का चाहने वाला

Shekhar Suman ने कहा…

banti bhai...
aapse ab kya kahoon...sabhi aapse winti karke thak gaye......
par aapne bahut dukh pahunchaya hum sabhi ko......

aur haan aapko gyaan baantna hai to shauk se baantein, aapka blog hai...aapki marzi......

Shekhar Suman ने कहा…

aur haan rahi pattha maarne ki baat to udahran main khud doonga......
aap patthar maarte rahein, meri paheliyaan aati rahengi....
aapke blog par meri ye aakhiri upasthiti hai..dhanyawaad.....

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

धन्यवाद शेखर भाई ,

मेरी बातो का जवाब देने के लिए,

आप अपना काम करे और मुझे अपना काम करने दे, आप मेहनत करते है, पहेलिया बनाने मे और लोग आपकी इन पहेलियों का जवाब खोजने पूरा दिन बर्बाद कर देते है

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

धन्यवाद शेखर भाई ,

मे मेहनत करता हूँ ताकि लोगो की कुछ मदद कर सकु, आप अपना काम करे मे अपना करता रहूँगा

आप भी अपनी जगह सही है और मे भी

Darshan Lal Baweja ने कहा…

वाघा बार्डर हा हा :)

बेनामी ने कहा…

बंटी जी
शास्त्री जी की पहेली
यह फोटो हरिद्वार की है
http://richardarunachala.wordpress.com/2010/07/03/a-day-at-the-kumbh-mela-in-haridwar/
http://hellogoldy.blogspot.com/2010/06/ganga-ghat-haridwar.html
ऐश कर बेटा

बेनामी ने कहा…

are vaah lagta hai shekhar bhai bhi nahi chahte ki kisi aur ki paheli chale
par banti bhai aap ne ab tak shastri ji ka javab kyo nahi chapa, ab to shekhar bhai ne javab bata bhi diya hai

Shekhar Suman ने कहा…

ye tippani mere dwara nahi ki gayi hai......

Shekhar Suman ने कहा…

मेरी जानकारी के bina यहाँ मेरी टिपण्णी पकाशित हो रही है....
ऊपर की गयी टिप्पणियाँ मैंने नहीं की हैं.....मेरी आखिरी टिपण्णी दोपहर १२.०६ में प्रकाशित हुयी है....... बंटी भाई, उसके बाद टिप्पणियों को मिटा दिया जाए क्यूंकि यहाँ मिटने का ऑप्शन नहीं दिख रहा है.....

ADITI CHAUHAN ने कहा…

bahut ajeeb lagta hai ki yahan aap jaise log bhi hain. lekin hota hai ..hota hai..aisa har jagah hota hai. har jagah achhe aur bure log hote hain. har bure logon ko sathi bhi mil jaate hain.
lekin ye aapke well-wisher nahi hain. ye to aise sathi hain jo na to apni shakl dikha sakte hain aur na hi apna naam bata sakte hain. jab insaan bura kaam karta hai to usko isi tarah apna munh chhupaana padta hai.
creative manch ke kaaran hi mai blog world jaan payi thi. creative manch yahan sabse alag hai. hamaare liye to ghar jaisa hi hai. wahan koyi post aaye ya na aaye daily kam se kam ek baar jaati jaroor hun.
maine maanvi ji ka comment yahan padha. agar aapki haisiyat hai to unki kahi baat ko poora karen. bandron ki tarah uchhal kood karna alag baat hai lekin creative kaam karke dikhaana alag baat hai. aap kuchh karke dikhayiye na ... pata lag jaayega aap kitne paani men hain.
dusri baat agar aap talented hain to apne aap jara answer khoj ke dikhayiye. yahan dusre log jawab bataate hain. aapka ismen kya talent ?

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

आदरणीय शेखर भाई,
आपके नाम से की गयी आपत्तीजनक टिप्पणियॉ को मिटा दिया गया है ... मेरे ही ब्लॉग पर कोई मेरे नाम से और आप लोगो के नाम से टिप्पणिया कर रहा है ?

ये किस तरह से संभव है,

Shekhar Suman ने कहा…

मैं एक बार फिर बता दूं....
में आखिरी टिपण्णी दोपह १२ बजे प्रकाशित हुयी है कृपया उसके बाद की टिप्पणियाँ मिटा दी जायें....

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

शेखर जी,
आपकी वो टिप्पणिया जिन पर आपको आपत्ति थी हटा दी गयी है

क्या कोई बता सकता है की कोई मेरे या किसी और के नाम से टिप्पणिया कैसे कर सकता है

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

मुझे अभी भी मेरे ब्लॉग पर मेरे ही नाम से और मानवी जी , शेखर जी, दर्शन जी के नाम से आपतिजनक टिप्पणिया प्रपट हो रही है

इस सभी नामी ब्लॉगरस से इस तरह के व्यवहार की संभावना बिलकुल नहीं है फिर ये कैसे हो रहा है ?

Shekhar Suman ने कहा…

banti bhai....
ye jo bhi ho raha hai bilkul bhi sahi nahi hai.....

kripya iska upay karein....
is tarah to koi bhi kisi ke naam se tippani karke chala jayega.....

Shubham Jain ने कहा…

bunti master ki harkato se to lagta hai ki wo thode mentally disturbed hai...aapse sahanubhuti vyakt karte huye hum yahi kahna chahege ki Get well soon bunti master.

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

मानवी जी
मेरे ब्लॉग पर भी ऐसा ही कुछ हो रहा है जो शेखर भाई के ब्लॉग पर ने कहा है आपके साथ- साथ दर्शन जी और खुद शेखर भाई के नाम से टिप्पणिया आ रही है

आप से निवेद न है क आप कृपया अपना ब्लॉगर पासवर्ड बादल ले कोई आप के पासवोर्ड का गलत इस्तेमाल कर रहा है शायद

Darshan Lal Baweja ने कहा…

दर्शन जी के नाम से आपतिजनक टिप्पणिया
हा हा :)
यू मेरे पिच्छे कौण पड़ ग्या झकोई
मन्ने ता बदल लिया पास बर्ड
थम बी बदल ल्यो
पर किस्सी ने म्हारे नाम ते यू नकली आई.डी. ता बना ली है भाई
राम भली करे

क्रिएटिव मंच ने कहा…
बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" ने कहा…

शायद यही है क्रेएटिव मंच वालों का असली चेहरा

बेनामी ने कहा…

नहीं बेटा बंटी डरना मत
कसम है
ये नहीं है सम्भव
ये चारों लोग मानवी, प्रकाश गोविन्द, Alpana, अनंत ऐसे नहीं है
यानी खराब नहीं है

shekhar suman ने कहा…

banti ji,
creative manch ki paheli walo ne aapka javab nahi mana ... ab to kam se kam aap sudhar jaye aur unki aur meri paheli ka javab apne blog par na de

shekhar suman ने कहा…

agar aapko javab hi dena hai to taau ji aur shastri ji ki paheli ka javab de
aur fir sarovar paheli bhi to hai, abhi to stagit hai par jald hi shuru hone wali hai

Aditi Chauhan ने कहा…

आपको क्या लगता है आप के इस कार्य की वजह से क्रेएटिव मंच की पहेली बंद हो जाएगी,
आप को शर्म आनी चाहिए अपने इस कृत्य पर

किलर झपाटा ने कहा…

बंटी बाबा आप तो चाहे बंटी चोर रहो या मास्टर स्ट्रोक, हम तो आप ही के साथ रहेंगे। बहुत जम कर छिलाई कर दी है आपने सब पहेलीबाजों की अपनी किसनी में। बक‍अप।

किलर झपाटा ने कहा…

यदि आप बंटी हैं तो स्वीकृति वाला सिस्टम हटा दें। घबराने की क्या जरूरत है? लैट्स फ़ाईट टुगैदर बाबा।

Randhir Singh Suman ने कहा…

nice

Darshan Lal Baweja ने कहा…

कल 9 बजे सुबह देखे
विज्ञान पहेली -4 Science Quiz -4 (और Science Quiz -3 का उत्तर)

बेनामी ने कहा…

http://parayadesh.blogspot.com/2011/01/blog-post_13.html

Darshan Lal Baweja ने कहा…

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1. टिपण्णी देने में आप जैसे चाहे शब्दों का इस्तेमाल कर सकते है,
आप अपनी भड़ास यहाँ पर निकाल सकते है ...
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2. आप अपनी बात कहे, आपके द्वारा इस्तेमाल की गयी भाषा ही
आप का चरित्र उजागर करती है ...
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3. आप लोगो से जैसी भाषा की उम्मीद करते है उसी भाषा में
अपनी बात कहे ...
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मोहताज ही जाती है ...
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5. असभ्य भाषा की तिप्प्निया हटा दी जाएँगी यदि किसी को
कोई आपत्ति हो तो ..
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6. Modration लगाने का फैसला आप के द्वारा किये गए कमेन्ट
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